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शिशु

#Infant

बचपन की मिठास, बच्चे की हँसी,
जीवन का अनमोल संचार, हर दिन नई ख़ुशी।
माँ की गोदी में रखकर उसका होना अनमोल,
बच्चा है भगवान का उपहार, इसमें पुरी दुनिया बसी।

नवजात शिशु का आगमन घर की हर कोने में आनंद और हर्ष का संदेश लेकर आता है। साथ ही शिशु की देखभाल माता-पिता के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी होती है। फिर चाहे वो टीकाकरण हो जो बच्चे को आपातकालीन बीमारियों से बचाव करने में मदद करता है या फिर उसकी त्वचा की देखभाल हो; हर छोटी से छोटी से बात बड़ी ही महत्वपूर्ण होती है। डायपर रैशेज की आम सी समस्या भी नवजात शिशु को प्रभावित कर सकती है।

नवजात शिशु का विकास उसके प्रारंभिक जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इसमें उसके मानसिक, शारीरिक, और सामाजिक विकास का समावेश होता है। शिशु के आयु के अनुसार पोषण प्रदान करने में मदद के लिए सही और पौष्टिक आहार भी अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। ठोस आहार की शुरुआत का समय तय करने के लिए बच्चे के डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

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स्तनपान नवजात शिशु के लिए सर्वोत्तम पोषण प्रदान करता है और उसके इम्यूनिटी को बढ़ाता है।  नवजात शिशु को पर्याप्त नींद मिलना आवश्यक होता है ताकि उसका विकास सही ढंग से हो सके। कई बार नवजात शिशु को आम तत्वों से होने वाली समस्याओं के लिए घरेलू उपायों का इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे उसके स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। यहाँ महत्वपूर्ण यह है कि जब भी जरुरत हो, बिना देर किये डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। 


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चांदनी रातों में बचपन की मीठी बातें,
देता सपनों को रंग, बच्चों का ये प्यारा संग।
खुशियों का फूल खिलाता, बचपन का यह ख़ास वक्त,
मासूमियत और प्यार से भरा, बच्चे का यह सौभाग्यवत मलंग ।
 

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