#How to Give Almonds to Child to Sharpen the Brain
बच्चों की दिमागी शक्ति और विकास के लिए बादाम एक महत्वपूर्ण आहार हैं। बादाम में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं, जो बच्चों के दिमाग को तेज करने और उनके शारीरिक विकास में मदद करते हैं। इस लेख में, हम बच्चों को बादाम देने के कुछ प्रमुख और प्रभावी तरीके और बादाम की मात्रा को लेकर चर्चा करेंगे।
बच्चों के लिए बादाम की सही मात्रा
1 साल के बच्चे: 1 बादाम प्रतिदिन
2 साल के बच्चे: 1 बादाम प्रतिदिन
3-5 साल के बच्चे: 2-3 बादाम प्रतिदिन
5-10 साल के बच्चे: 2-4 बादाम प्रतिदिन
10-15 साल के बच्चे: 4-5 बादाम प्रतिदिन
15-18 साल के बच्चे: 5-6 बादाम प्रतिदिन
बच्चों को बादाम खिलाने के सही तरीके
- भीगी हुई बादाम: बादाम को 8-12 घंटे तक भिगोकर और उसका चिल्का हटाकर दे सकते है ।
- बादाम का पेस्ट: बादाम को पीसकर पेस्ट बना लें और उसे बच्चे के दूध या फलों में मिलाकर दे।
- पाचन में सहायक वसा के साथ: बादाम को पाचन में सहायक वसा के साथ देना चाहिए, जैसे कि गर्म दूध में डालकर।
- बादाम की चटनी: बादाम को चटनी बनाकर और उसे पराठे या रोटी के साथ सर्व करें।
- बादाम की बर्फी: बादाम की बर्फी बनाकर खिलाना बच्चों को पसंद होता है।
- बादाम का दूध: बादाम को दूध में भिगोकर और पिसकर देना उनके लिए स्वादिष्ट होता है।
- बादाम की खीर: बादाम की खीर बनाकर खिलाना एक पोषक और स्वादिष्ट विकल्प है।
- बादाम का हलवा: बादाम का हलवा बनाकर खिलाना उन्हें उत्तेजित करता है।
- बादाम का दही: बादाम को दही में मिलाकर देना एक अच्छा और स्वादिष्ट विकल्प है।
माता-पिता की सामान्य गलतियाँ
- अधिक मात्रा: बच्चे को अधिक मात्रा में बादाम खिलाना उचित नहीं है, क्योंकि यह उनके पाचन के लिए ज्यादा भारी हो सकता है।
- कड़वाहट: अगर बादाम कड़वा होता है, तो बच्चे इसे नापसंद कर सकते हैं और खाने से इनकार कर सकते हैं।
- अविश्वसनीय स्रोत: अविश्वसनीय स्रोत से बादाम खरीदने से बचना चाहिए, क्योंकि यह अस्वस्थ और अयोग्य हो सकता है।
- परिपक्वता: अगर बादाम परिपक्व नहीं होता है, तो उसके पोषण मान में कमी हो सकती है।
- बिना पीसा हुआ: बच्चों को अधिकांश बादाम को पीसकर ही देना चाहिए, ताकि उन्हें चबाने में कोई परेशानी ना हो।
- बिना पानी में भिगोना: बादाम को पानी में भिगोने के बिना देना नुकसानदायक हो सकता है, क्योंकि यह पचन में कठिनाई पैदा कर सकता है।
- उपचार के रूप में उपयोग: बादाम को किसी रोग के उपचार के रूप में उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
- पुराना: पुराने बादाम को बच्चों को नहीं खिलाना चाहिए, क्योंकि ये सेहत के लिए खतरनाक हो सकते हैं।
- रात में खिलाना: बादाम को रात के समय खाना नहीं चाहिए, क्योंकि इससे पचान की समस्या हो सकती है बादाम को सुबह के समय खाना चाहिए, क्योंकि इसे खाने में पचान की सुविधा होती है |
- कम पानी पिलाना: बच्चों को बादाम खिलाने के बाद पर्याप्त पानी पिलाना चाहिए, ताकि उसकी पचान में कोई परेशानी ना हो।
निष्कर्ष (Conclusion)
बादाम बच्चों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और उनके दिमाग को तेज करने में मदद करते हैं। यह आहारिक खजाना न केवल उनके शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखता है, बल्कि उनके मानसिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। इसलिए, हमें अपने बच्चों को सही मात्रा में बादाम देना चाहिए और उनकी सेहत को समर्थित करने के लिए उन्हें बादाम को खाने के सभी तरीकों को प्रयोग में लाना चाहिए। इसके साथ ही, माता-पिता को अपने बच्चों के साथ संवाद में रहना और उनके खाने की प्रोत्साहना करने के लिए सतत प्रयास करना चाहिए। बादाम को खिलाने के सही तरीके और मात्रा का पालन करते हुए, हम अपने बच्चों की सेहत को सुरक्षित रख सकते हैं और उनके दिमाग को तेज और स्वस्थ बना सकते हैं।
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