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बच्चों के आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए क्या खिलाए (Foods to Improve Eyesight For Kids)

#Foods to Improve Eyesight For Kids
बच्चों की आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए सही आहार और पोषण बहुत महत्वपूर्ण है। अच्छे आहार से न केवल बच्चों की आंखों की सेहत अच्छी रहती है, बल्कि उनकी शारीरिक और मानसिक विकास में भी सहायता मिलती है। आधुनिक जीवनशैली और गैजेट्स के अधिक उपयोग के कारण बच्चों की आंखों की समस्याएं बढ़ रही हैं। इसलिए, बच्चों के आहार में कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल करना आवश्यक है जो उनकी आंखों की रोशनी को बढ़ा सकें।
आंखों की रोशनी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ
खाद्य पदार्थपोषक तत्वमात्रा
1. गाजरविटामिन A, बीटा-कैरोटीनएक मीडियम गाजर रोजाना
2. पालकआयरन, विटामिन C, E, और Aहफ्ते में 3-4 बार, एक कटोरी
3. अंडेप्रोटीन, जिंक, विटामिन Eदिन में 1 अंडा
4. बादामविटामिन E, एंटीऑक्सीडेंट्सदिन में एक मुठ्ठी (20-30 ग्राम)
5. ब्लूबेरीविटामिन C, एंटीऑक्सीडेंट्सहफ्ते में 2-3 बार, आधा कप
6. मीठे आलूविटामिन A, बीटा-कैरोटीनहफ्ते में 2-3 बार, एक मीडियम मीठा आलू
7. ब्रोकलीविटामिन C, बीटा-कैरोटीनहफ्ते में 2-3 बार, एक कटोरी
8. संतरेविटामिन Cदिन में एक संतरा
9. दूध और डेयरी उत्पादकैल्शियम, विटामिन A, Dदिन में 2-3 बार, एक कप (250 ml)


बच्चों के आंखों की देखभाल के विशेष टिप्स और ध्यान रखने योग्य बातें
क्या करें:

  1. संतुलित आहार: बच्चे के आहार में विटामिन और मिनरल्स से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें।
  2. हाइड्रेशन: बच्चों को पर्याप्त पानी पिलाएं ताकि उनकी आंखें हाइड्रेटेड रहें।
  3. नियमित आंखों की जांच: बच्चों की आंखों की नियमित जांच कराएं।
  4. नेत्र व्यायाम: बच्चों को आंखों के व्यायाम करवाएं जैसे कि 20-20-20 नियम (हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर देखें)।
  5. प्राकृतिक प्रकाश: बच्चों को प्राकृतिक प्रकाश में समय बिताने दें।

क्या न करें:

  1. अत्यधिक स्क्रीन टाइम: बच्चों को ज्यादा समय तक टीवी, कंप्यूटर या मोबाइल स्क्रीन के सामने न बैठने दें।
  2. प्रोसेस्ड फूड्स: बच्चों को जंक और प्रोसेस्ड फूड्स से दूर रखें।
  3. आंखों को रगड़ना: बच्चों को आंखों को रगड़ने से मना करें।
  4. धूप में बिना सनग्लास: धूप में बच्चों को बिना सनग्लास के न जाने दें।
  5. नींद की कमी: बच्चों को पर्याप्त नींद लेने दें, क्योंकि नींद की कमी से आंखों पर असर पड़ता है।

कब डॉक्टर से परामर्श करें
  • आंखों में धुंधलापन: अगर बच्चे को धुंधला दिखने की समस्या हो।
  • आंखों में दर्द: अगर बच्चे की आंखों में दर्द हो।
  • आंखों का लाल होना: अगर बच्चे की आंखें लाल हो जाएं।
  • पढ़ने में कठिनाई: अगर बच्चा पढ़ने में कठिनाई महसूस करे।
  • अक्सर सिरदर्द: अगर बच्चे को अक्सर सिरदर्द हो।

बच्चों की आंखों की समस्याओं का पता कैसे लगाएं?
  • पढ़ाई में दिक्कत: अगर बच्चा पढ़ते समय आंखों को मिचमिचाता है या बहुत करीब से पढ़ता है।
  • आंखों में पानी आना: बच्चे की आंखों से बार-बार पानी आना।
  • आंखों का बार-बार रगड़ना: बच्चा आंखों को बार-बार रगड़ता हो।
  • स्क्रीन के पास बैठना: टीवी या कंप्यूटर के बहुत पास बैठना।
  • घरेलू निरीक्षण: बच्चे को पास और दूर की चीजें दिखाकर उसकी दृष्टि की जांच करें।
  • स्कूल जांच: स्कूल में होने वाली नियमित नेत्र जांच में भाग लें।
  • बच्चों के नेत्र विशेषज्ञ से नियमित जांच कराएं।

सामान्य गलतियाँ जो माता-पिता बच्चों की आंखों की देखभाल में करते हैं
  1. नियमित जांच न कराना: कई माता-पिता बच्चों की आंखों की नियमित जांच नहीं कराते।
  2. अत्यधिक स्क्रीन टाइम: बच्चों को लंबे समय तक स्क्रीन के सामने बैठने देना।
  3. आहार में विटामिन की कमी: बच्चों के आहार में पर्याप्त विटामिन और पोषक तत्व न शामिल करना।
  4. स्वास्थ्य समस्याओं की अनदेखी: बच्चों की आंखों की समस्याओं को गंभीरता से न लेना।
  5. धूप में बिना सुरक्षा: धूप में बिना सनग्लास के बच्चों को बाहर भेजना।

अगर चश्मा लग चुका है तो विशेष ध्यान
  1. नियमित रूप से पहनें: बच्चों को नियमित रूप से चश्मा पहनने के लिए प्रोत्साहित करें।
  2. चश्मे की सफाई: चश्मे को साफ और अच्छी स्थिति में रखें।
  3. नेत्र विशेषज्ञ से नियमित जांच: नियमित रूप से नेत्र विशेषज्ञ से जांच कराएं ताकि चश्मे का पावर सही रहे।
  4. आरामदायक चश्मा: सुनिश्चित करें कि चश्मा आरामदायक हो और बच्चे को पहनने में कोई परेशानी न हो।
  5. स्क्रीन टाइम कम करें: स्क्रीन टाइम को नियंत्रित करें और ब्रेक्स दें।

निष्कर्ष (Conclusion)
बच्चों की आंखों की सेहत उनके समग्र विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। सही आहार और नियमित नेत्र जांच से बच्चों की दृष्टि को सुरक्षित रखा जा सकता है। बच्चों की आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए गाजर, पालक, अंडे, मछली, बादाम आदि जैसे खाद्य पदार्थ उनके आहार में शामिल करें। बच्चों को प्राकृतिक प्रकाश में समय बिताने दें और स्क्रीन टाइम को नियंत्रित करें। अगर बच्चों को आंखों में कोई समस्या हो तो तुरंत नेत्र विशेषज्ञ से परामर्श करें। सही देखभाल और पोषण के साथ, बच्चों की आंखें स्वस्थ और उनकी दृष्टि मजबूत बनी रहेगी।

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