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बच्चों का वजन बढ़ाने के लिए क्या खिलाएं (Weight Gain Foods for Kids)

#Weight Gain Foods for Kids
बच्चों का स्वस्थ विकास और सही वजन बनाए रखना माता-पिता के लिए एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय है। कई बार बच्चों का वजन उनकी उम्र के अनुसार कम होता है, जिससे उनकी शारीरिक और मानसिक विकास पर असर पड़ता है। बच्चों का सही वजन न केवल उनके शारीरिक विकास को प्रभावित करता है, बल्कि उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली और संपूर्ण स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डालता है। सही पोषण और संतुलित आहार बच्चों के वजन को बढ़ाने और उन्हें स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं। इस लेख में हम ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बात करेंगे जो बच्चों का वजन बढ़ाने में मदद कर सकते हैं, साथ ही उनकी मात्रा और उन्हें खिलाने के तरीके पर भी चर्चा करेंगे।

बच्चों के लिए सही और संतुलित भोजन का महत्व
सही खाना बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति करता है। एक संतुलित आहार जिसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, वसा, विटामिन्स और मिनरल्स शामिल हों, बच्चे के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है, जिससे वह बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है। इसके अलावा, सही पोषण मस्तिष्क के विकास में मदद करता है, जिससे बच्चे की सीखने और समझने की क्षमता में सुधार होता है।

बच्चों के सही खाने से उनकी ऊर्जा स्तर में वृद्धि होती है, जिससे वे पूरे दिन सक्रिय और चुस्त रहते हैं। इसके अलावा, सही आहार से बच्चे का वजन और लंबाई भी सामान्य रूप से बढ़ते हैं।

बच्चों के आहार से जुड़ी सामान्य गलतियाँ जो माता-पिता अक्सर करते हैं
बच्चों के सही आहार का महत्व हम सब जानते हैं, लेकिन कई बार अनजाने में ही हम ऐसी गलतियाँ कर बैठते हैं जो उनके पोषण और विकास को प्रभावित कर सकती हैं। यहां बच्चों के आहार से जुड़ी कुछ सामान्य गलतियों का विवरण दिया गया है जो माता-पिता अक्सर करते हैं:
1. जबरदस्ती खाना खिलाना: अक्सर माता-पिता बच्चे को जबरदस्ती खाना खिलाते हैं। जबरदस्ती खाने से बच्चे के मन में खाने के प्रति नकारात्मक भाव उत्पन्न हो सकते हैं और वह खाने से और भी दूरी बना सकता है। सही तरीका यह है कि बच्चे को भूख लगने पर ही खाना दिया जाए और उसे खाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए, न कि दबाव डाला जाए।

2. जंक फूड का अधिक सेवन: बहुत से माता-पिता अपने बच्चों को खुश करने के लिए जंक फूड जैसे चिप्स, बिस्किट, पिज्जा, और बर्गर खाने देते हैं। यह आदत बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है क्योंकि इन खाद्य पदार्थों में पोषण तत्वों की कमी होती है और वे बच्चे के विकास को प्रभावित कर सकते हैं।

3. भोजन में विविधता की कमी: कुछ माता-पिता बच्चों को एक ही तरह का खाना बार-बार खिलाते हैं, जिससे बच्चे को आवश्यक पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। भोजन में विविधता होना आवश्यक है ताकि बच्चे को सभी प्रकार के विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन, और अन्य आवश्यक पोषक तत्व मिल सकें।

4. अनियमित भोजन का समय: बच्चों को भोजन का समय निश्चित न होना भी एक सामान्य गलती है। बच्चों को नियमित अंतराल पर भोजन देना चाहिए ताकि उनका पाचन तंत्र सही ढंग से काम कर सके और भूख का एहसास हो।

5. भोजन के समय का ध्यान भटकाना: खाने के समय टीवी देखना, मोबाइल खेलना या अन्य गतिविधियाँ करने से बच्चे का ध्यान भोजन से हट सकता है और वह सही से नहीं खा पाता। भोजन के समय बच्चे का ध्यान केवल खाने पर होना चाहिए।

6. ज्यादा मीठा या नमकीन खाना: बहुत से माता-पिता बच्चों को खुश करने के लिए उन्हें ज्यादा मीठा या नमकीन खाना देते हैं। यह आदत बच्चों के दांतों और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है।

7. भोजन में फाइबर की कमी: भोजन में फाइबर की कमी से बच्चों को पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। फल, सब्जियाँ, और अनाज में फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है, इसलिए इन्हें बच्चे के आहार में शामिल करना चाहिए।

8. तरल पदार्थों का पर्याप्त सेवन न कराना:
बच्चों को पर्याप्त मात्रा में पानी और अन्य स्वास्थ्यवर्धक तरल पदार्थ न देना भी एक आम गलती है। पानी और तरल पदार्थ पाचन तंत्र को बेहतर बनाते हैं और शरीर को हाइड्रेटेड रखते हैं।

9. नाश्ते को नज़रअंदाज़ करना:
कई माता-पिता नाश्ते को महत्व नहीं देते और बच्चों को बिना नाश्ते के ही स्कूल भेज देते हैं। नाश्ता दिन का सबसे महत्वपूर्ण भोजन होता है और इसे नजरअंदाज करने से बच्चों की ऊर्जा और ध्यान में कमी हो सकती है।

10. प्राकृतिक और ताजे खाद्य पदार्थों की अनदेखी: बहुत से माता-पिता अपने बच्चों को प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड देने में आसानी समझते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। ताजे फल, सब्जियाँ, और प्राकृतिक खाद्य पदार्थ बच्चों के आहार का हिस्सा बनने चाहिए।

11. भोजन को पुरस्कार या सजा के रूप में इस्तेमाल करना:
कई माता-पिता बच्चों को खाना खाने के लिए पुरस्कार या सजा का प्रयोग करते हैं। यह आदत बच्चों के मन में भोजन के प्रति गलत धारणा बना सकती है और वह खाने को एक कार्य या बोझ समझ सकते हैं।

12. बच्चे की भूख को नजरअंदाज करना:
कई बार माता-पिता बच्चे की भूख को नजरअंदाज कर देते हैं या फिर उसे खाने के लिए मजबूर कर देते हैं। बच्चे की भूख और उसकी आवश्यकताओं का ध्यान रखना चाहिए।

13. भोजन को आकर्षक न बनाना:
बच्चों को रंग-बिरंगे और विभिन्न आकार के खाद्य पदार्थ पसंद आते हैं। अगर भोजन दिखने में आकर्षक नहीं होता, तो बच्चे उसे खाने में रुचि नहीं दिखाते।

14. खाने के बाद तुरंत सोने भेजना: खाने के तुरंत बाद बच्चे को सोने भेजने से पाचन प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। खाने के बाद कुछ समय का अंतराल रखना चाहिए।

15. खेलकूद और शारीरिक गतिविधियों की कमी: बच्चों के लिए शारीरिक गतिविधियाँ बहुत जरूरी हैं। व्यायाम और खेलकूद से भूख बढ़ती है और पाचन तंत्र भी बेहतर होता है।

बच्चों के आहार को संतुलित और पौष्टिक बनाना उनके संपूर्ण विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों की भोजन संबंधी आदतों पर विशेष ध्यान दें और उपरोक्त सामान्य गलतियों से बचें। सही खानपान और स्वस्थ आदतें बच्चों के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। माता-पिता को बच्चों को स्वस्थ और संतुलित आहार प्रदान करके उनके उज्ज्वल भविष्य की नींव रखनी चाहिए। सही भोजन और आदतों से बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर होता है, उनका प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है, और वे जीवन में अधिक सक्रिय और खुशहाल रहते हैं।

बच्चों का वजन बढ़ाने के लिए खाद्य पदार्थ
खाद्य पदार्थपोषक तत्वमात्रा
1. दूध और दूध उत्पादप्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन डीदिन में 2-3 बार, एक कप (250 ml)
2. घीस्वस्थ वसा, विटामिनहर रोज एक चम्मच (5 ग्राम)
3. केलाकार्बोहाइड्रेट, पोटैशियमदिन में 1-2 केला
4. आलूकार्बोहाइड्रेट, फाइबरहफ्ते में 3-4 बार, एक मीडियम आलू
5. पनीरप्रोटीन, कैल्शियमदिन में 2 बार, 50-100 ग्राम
6. अंडाप्रोटीन, विटामिन बी12दिन में 1 अंडा
7. नट्स और बीजस्वस्थ वसा, प्रोटीनदिन में एक मुठ्ठी (20-30 ग्राम)
8. अवोकाडोस्वस्थ वसा, विटामिन ईहफ्ते में 2-3 बार, आधा अवोकाडो
9. दालेंप्रोटीन, फाइबरदिन में एक कटोरी (150-200 ग्राम)
10. मीठे आलूविटामिन ए, कार्बोहाइड्रेटहफ्ते में 2-3 बार, एक मीडियम मीठा आलू
11. दहीप्रोटीन, प्रोबायोटिक्सदिन में 1 कप (200 ग्राम)
12. चिकनप्रोटीन, विटामिन बी6हफ्ते में 2-3 बार, 50-100 ग्राम
13. मछलीओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीनहफ्ते में 2 बार, 50-100 ग्राम
14. ओट्सफाइबर, कार्बोहाइड्रेटदिन में एक कटोरी (150 ग्राम)
15. फुल क्रीम मिल्कवसा, प्रोटीनदिन में 2 बार, एक कप (250 ml)

बच्चों का आदर्श वजन और डॉक्टर से कब परामर्श करें

उम्रआदर्श वजन (किलोग्राम में)
1 साल7.5-12.0
2 साल9.0-14.0
3 साल11.0-17.0
4 साल12.0-20.0
5 साल13.0-23.0

यदि बच्चे का वजन इन मानकों से काफी कम है या वजन बढ़ने के बावजूद शारीरिक विकास में समस्याएं हो रही हैं, तो डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।

विशेष टिप्स और ध्यान रखने योग्य बातें

क्या करें:

  1. संतुलित आहार: बच्चे के आहार में सभी पोषक तत्व शामिल करें।
  2. नियमित भोजन: बच्चे को दिन में तीन मुख्य भोजन और दो छोटे नाश्ते दें।
  3. स्वस्थ स्नैक्स: स्नैक्स के रूप में फल, नट्स और दूध उत्पाद दें।
  4. खेल-कूद: बच्चे को शारीरिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित करें।
  5. पर्याप्त नींद: बच्चे को पर्याप्त नींद दिलाएं, ताकि उसका शारीरिक और मानसिक विकास सही हो सके।

क्या न करें:

  1. जंक फूड: बच्चों को जंक फूड खाने से बचाएं।
  2. जबरदस्ती खाना: बच्चे को जबरदस्ती खाना न खिलाएं, इससे उनकी भूख कम हो सकती है।
  3. अत्यधिक मिठाई: अत्यधिक मिठाई और चीनी वाले खाद्य पदार्थ देने से बचें।
  4. अनियमित भोजन समय: भोजन का समय अनियमित न रखें।
  5. पानी का अभाव: बच्चे को पर्याप्त पानी पिलाएं, ताकि उसका पाचन सही हो सके।

निष्कर्ष (Conclusion)

बच्चों के सही विकास के लिए संतुलित आहार और पोषण अत्यंत महत्वपूर्ण है। सही पोषक तत्वों के साथ एक अच्छा आहार बच्चों के वजन को बढ़ाने में मदद करता है और उन्हें स्वस्थ रखता है। बच्चों के लिए नियमित भोजन, स्वस्थ स्नैक्स, और पर्याप्त शारीरिक गतिविधियाँ उनके समग्र विकास में मदद करती हैं। यदि घरेलू उपाय और आहार परिवर्तन से भी वजन नहीं बढ़ता है, तो बाल रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना आवश्यक है। सही देखभाल और पोषण के साथ, बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास सही दिशा में हो सकता है और वे स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकते हैं।


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