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बच्चों के लिए दही के फायदे (Health Benefits of Curd for Kids)

#Health Benefits of Curd for Kids
दही भारतीय आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसके स्वास्थ्य लाभों के कारण बच्चों के लिए अत्यंत लाभकारी है। यह न केवल पोषक तत्वों से भरपूर होता है, बल्कि बच्चों के पाचन तंत्र को सुधारता है और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। दही को बच्चों के आहार में शामिल करना उनके समग्र स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता है।
दही की पोषण मूल्य:
दही में विभिन्न प्रकार के महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं, जो बच्चों के समग्र स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होते हैं | 100 ग्राम दही में लगभग-
        कैलोरी:                  61 कैलोरी 
        कार्बोहाइड्रेट:         4.7 ग्राम
        फाइबर:                 0 ग्राम
        शुगर:                     4.7 ग्राम
        प्रोटीन:                   3.5 ग्राम
        विटामिन B12:       0.37 माइक्रोग्राम
        विटामिन D:           0.1 माइक्रोग्राम
        कैल्शियम:             125 मिलीग्राम
        पोटैशियम:             155 मिलीग्राम
        मैग्नीशियम:             12 मिलीग्राम
        फॉस्फोरस:             95 मिलीग्राम
        आयरन:                 0.1 मिलीग्राम

बच्चों के लिए दही के फायदे (Health Benefits of Curd for Kids)
  • पाचन सुधार:
    • दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो पाचन तंत्र को सुधारते हैं।
    • कब्ज की समस्या को कम करते हैं।
    • पेट की सूजन और गैस से राहत दिलाते हैं।
  • हड्डियों को मजबूत बनाना:
    • दही में कैल्शियम और विटामिन D होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
    • यह दांतों के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना:
    • दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।
    • संक्रमण से बचाव करता है।
  • त्वचा की सेहत:
    • दही त्वचा को मुलायम और चमकदार बनाता है।
    • यह त्वचा की सूजन और खुजली से राहत दिलाता है।
  • वजन नियंत्रण:
    • दही में प्रोटीन और स्वस्थ फैट होते हैं, जो बच्चों के वजन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
    • यह बच्चों को लंबे समय तक तृप्त रखता है।
  • मांसपेशियों का विकास:
    • दही में प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है, जो मांसपेशियों के विकास में सहायक होती है।
    • यह बच्चों की शारीरिक शक्ति को बढ़ाता है।
  • ऊर्जा का स्रोत:
    • दही में कार्बोहाइड्रेट और फैट होते हैं, जो बच्चों को ऊर्जा प्रदान करते हैं।
    • यह थकान को दूर करता है।
  • मस्तिष्क विकास:
    • दही में विटामिन B12 होता है, जो मस्तिष्क के विकास में मदद करता है।
    • यह याददाश्त को सुधारता है।
  • हृदय स्वास्थ्य:
    • दही में पोटैशियम होता है, जो हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
    • रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
  • पोषक तत्वों का अवशोषण:
    • दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो अन्य पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करते हैं।
    • यह आंतों की सेहत को सुधारता है।
  • दांतों की सेहत:
    • दही में कैल्शियम होता है, जो दांतों को मजबूत बनाता है।
    • यह मसूड़ों की समस्याओं से बचाव करता है।
  • प्रतिरोधक क्षमता:
    • दही में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।
    • यह शरीर को मुक्त कणों से बचाता है।
  • हाइड्रेशन:
    • दही में पानी की अच्छी मात्रा होती है, जो शरीर को हाइड्रेटेड रखता है।
    • यह डिहाइड्रेशन से बचाव करता है।
  • एनीमिया से बचाव:
    • दही में आयरन होता है, जो हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है।
    • यह एनीमिया से बचाव करता है।
  • मेटाबॉलिज्म में सुधार:
    • दही में मौजूद पोषक तत्व मेटाबॉलिज्म को सुधारते हैं।
    • यह शरीर की ऊर्जा को बढ़ाता है।

बच्चों को दही कैसे दें:
  • सादा दही:
    • दही को सीधे बच्चे को दें।
  • दही प्यूरी:
    • दही को फलों के साथ मिलाकर प्यूरी बनाएं।
  • दही और शहद:
    • दही में थोड़ा शहद मिलाकर बच्चे को दें।
  • दही और अनाज:
    • दही को अनाज के साथ मिलाकर दें।
  • दही और फल:
    • दही में कटे हुए फल मिलाएं।
  • दही स्मूदी:
    • दही को फल और दूध के साथ ब्लेंड कर स्मूदी बनाएं।
  • दही और सूखे मेवे:
    • दही में सूखे मेवे मिलाकर दें।
  • दही और सब्जियाँ:
    • दही को सब्जियों के साथ मिलाकर दें।
  • दही रायता:
    • दही में कटा हुआ खीरा और टमाटर मिलाएं।
  • दही और चावल:
    • दही को उबले हुए चावल के साथ मिलाकर दें।


दही के साथ क्या न खाएं और क्यों?
दही एक पौष्टिक आहार है, लेकिन कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे हैं जिन्हें दही के साथ खाने से बचना चाहिए। इनका संयोजन बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। यहां हम उन खाद्य पदार्थों की सूची दे रहे हैं जिन्हें दही के साथ नहीं खाना चाहिए, साथ ही इसके पीछे के कारणों की भी व्याख्या कर रहे हैं।
  • मछली (Fish): मछली और दही दोनों प्रोटीन से भरपूर होते हैं, लेकिन इनका संयोजन पाचन समस्याएं पैदा कर सकता है। आयुर्वेद के अनुसार, मछली और दही का संयोजन शरीर में विषाक्तता बढ़ा सकता है और त्वचा समस्याओं का कारण बन सकता है।
  • आम (Mango): म और दही का संयोजन आयुर्वेद में अनुचित माना जाता है। यह पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है और एसिडिटी और गैस की समस्या पैदा कर सकता है।
  • उष्ण खाद्य पदार्थ (Hot Foods): गर्म और ठंडे खाद्य पदार्थों का संयोजन पाचन तंत्र को हानि पहुंचा सकता है। दही एक ठंडा खाद्य पदार्थ है और इसे गर्म खाद्य पदार्थों के साथ खाने से पेट की समस्याएं हो सकती हैं।
  • दूध (Milk): दही और दूध दोनों ही डेयरी उत्पाद हैं, लेकिन इनका एक साथ सेवन करने से पाचन में समस्याएं हो सकती हैं। यह पेट की समस्याओं और गैस की समस्या को बढ़ा सकता है।
  • प्याज (Onion): दही और प्याज का संयोजन शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। यह पाचन समस्याएं, गैस और एसिडिटी को बढ़ा सकता है।
  • खट्टे फल (Citrus Fruits): खट्टे फल और दही का संयोजन आयुर्वेद में अनुचित माना जाता है। यह पेट की समस्याओं, एसिडिटी और पेट दर्द का कारण बन सकता है।
  • बैंगन (Eggplant): दही और बैंगन का संयोजन आयुर्वेद में हानिकारक माना जाता है। यह पाचन समस्याओं और एलर्जी का कारण बन सकता है।
  • कटहल (Jackfruit): कटहल और दही का संयोजन पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है। यह पेट की समस्याएं और गैस की समस्या पैदा कर सकता है।
  • तली हुई चीजें (Fried Foods): तली हुई चीजें और दही का संयोजन पेट के लिए भारी हो सकता है। यह पाचन में समस्याएं पैदा कर सकता है और पेट दर्द का कारण बन सकता है।
  • खट्टे मसाले (Sour Spices): खट्टे मसाले और दही का संयोजन पाचन तंत्र को हानि पहुंचा सकता है। यह पेट की समस्याएं, एसिडिटी और पेट दर्द का कारण बन सकता है।

बच्चों के लिए मीठे दही के फायदे
मीठा दही बच्चों के लिए एक स्वादिष्ट और पौष्टिक विकल्प है। इसमें दही के सभी लाभ होते हैं और शक्कर के कारण यह बच्चों के लिए अधिक आकर्षक बन जाता है।शक्कर के कारण मीठा दही ऊर्जा का अच्छा स्रोत है।
मीठा दही बच्चों को लंबे समय तक तृप्त रखता है, जिससे वे अनहेल्दी स्नैक्स से बचते हैं।


गर्म या ठंडा दही - बच्चों के लिए कौनसा सही है?
ठंडा दही बच्चों के लिए अधिक उपयुक्त होता है, क्योंकि यह ताजगी प्रदान करता है और बच्चों को अधिक पसंद आता है। गर्मियों में विशेष रूप से ठंडा दही बहुत फायदेमंद होता है, क्योंकि यह शरीर को ठंडक पहुंचाता है। दूसरी ओर, गर्म दही का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे दही के पोषक तत्वों में कमी आ सकती है और इसका स्वाद भी खराब हो सकता है।


बच्चों को दही कब देना चाहिए?
  • भोजन से पहले: दही को भोजन से पहले देने से बच्चों का पाचन तंत्र बेहतर रहता है और भूख भी बढ़ती है।
  • भोजन के साथ: दही को भोजन के साथ देने से भोजन का पाचन बेहतर होता है और यह पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाता है।
  • भोजन के बाद: दही को भोजन के बाद देने से पेट की समस्याओं से राहत मिलती है और यह मिठाई की तरह काम करता है।
  • शाम के स्नैक्स: शाम के समय दही को स्नैक्स के रूप में देना एक अच्छा विकल्प है, क्योंकि यह हल्का होता है और बच्चों को ऊर्जा प्रदान करता है।

बच्चों को दही कितनी मात्रा में दें:
        6-8 महीने:                           1-2 चम्मच (दिन में एक बार)
        8-10 महीने:                         2-3 चम्मच (दिन में एक बार)
        10-12 महीने:                       3-4 चम्मच (दिन में एक बार)
        1-2 साल:                             1/2 कप (दिन में एक बार)
        2-3 साल:                             1 कप (दिन में एक बार)
        3 साल और उससे अधिक:     1-2 कप (दिन में एक बार)

दही देने के Do's:
  • ताजे और जैविक दही का उपयोग करें: सुनिश्चित करें कि दही ताजे और उच्च गुणवत्ता वाले दूध से बना हो।
  • दही को ठंडा कर के ही दें: बच्चों को दही ठंडा करके देना चाहिए, ताकि वे इसे पसंद करें।
  • बच्चे की उम्र और पाचन शक्ति के अनुसार मात्रा निर्धारित करें: दही की मात्रा बच्चे की उम्र और उसकी पाचन शक्ति के अनुसार दें।
  • दही को अन्य फलों और सब्जियों के साथ मिलाकर दें: दही में फलों और सब्जियों को मिलाकर दें, ताकि पोषक तत्व बढ़ें।
  • दही को खाने से पहले अच्छी तरह से मिला लें: दही को खाने से पहले अच्छी तरह से मिला लें, ताकि वह एकसार हो जाए।
  • दही को बच्चों के लिए मजेदार और आकर्षक बनाएं: दही में रंगीन फल और सब्जियों को मिलाकर बच्चों के लिए आकर्षक बनाएं।
  • दही को नियमित आहार में शामिल करें: दही को बच्चों के नियमित आहार का हिस्सा बनाएं।
  • बच्चे की पसंद का ध्यान रखें: दही की रेसिपी बनाते समय बच्चे की पसंद का ध्यान रखें।
  • दही को अन्य पोषक तत्वों के साथ मिलाकर दें: दही को फलों, सब्जियों, अनाज और नट्स के साथ मिलाकर दें।
  • दही को खाने से पहले बच्चे की प्रतिक्रिया देखें: दही देने से पहले बच्चे की प्रतिक्रिया देखें, ताकि किसी भी एलर्जी या समस्या का पता चल सके।
दही देने के Don'ts:
  • बासी या खराब दही न दें: बच्चों को बासी या खराब दही कभी न दें, इससे पेट की समस्याएं हो सकती हैं।
  • अत्यधिक मात्रा में दही न दें: बच्चों को एक बार में अत्यधिक मात्रा में दही न दें, इससे पाचन समस्याएं हो सकती हैं।
  • दही में बहुत अधिक शक्कर या नमक न मिलाएं: दही में बहुत अधिक शक्कर या नमक मिलाने से बचें, क्योंकि यह बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
  • बहुत ठंडा दही न दें: बहुत ठंडा दही देने से बचें, क्योंकि यह गले की समस्याएं पैदा कर सकता है।
  • दही को अन्य अस्वास्थ्यकर चीजों के साथ न मिलाएं: दही को किसी अस्वास्थ्यकर चीज के साथ मिलाने से बचें।
निष्कर्ष (Conclusion): 
दही बच्चों के लिए एक पौष्टिक और स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ है, जो उनके समग्र स्वास्थ्य और विकास के लिए अत्यंत लाभकारी है। यह न केवल पोषक तत्वों से भरपूर है, बल्कि बच्चों के लिए ऊर्जा का एक उत्कृष्ट स्रोत भी है। सही मात्रा और तरीके से दही का सेवन बच्चों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। बच्चों को स्वस्थ और खुशहाल रखने के लिए दही को उनके आहार में शामिल करना एक समझदारी भरा कदम है। दही के विभिन्न लाभ और इसे बच्चों को देने के विभिन्न तरीकों को जानकर, आप अपने बच्चे के आहार को पोषक और संतुलित बना सकते हैं।

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