बच्चे के चेहरे पर दाने होने के कारण और उपाय (Baby Acne & Home Remedies)
#Baby Acne & Home Remedies
शिशुओं में
दाने किसी न किसी रूप में आमतौर पर पाए जाते हैं, और यह आम समस्या जिनका सामना नवजात
शिशुओं के साथ होता है। इसे आमतौर पर "शिशु मुंहासे" या "बेबी एक्ने"
के रूप में जाना जाता है और इसके कई कारण हो सकते हैं।
1. साफ-सफाई का अभाव (Dirtiness): अच्छे से साफ-सफाई
का ध्यान ना रखा जाए तो शिशु के चेहरे पर दाने हो सकते हैं।
2. ज्यादा पसीना आना (Too Much Sweating): पसीने की ग्रंथियां
शिशु के ऊपर प्रतिकूल प्रभाव डालती है
और ज्यादा पसीना आने के कारण उसके चेहरे पर दाने उभर सकते हैं।
3. हार्मोन में बदलाव (Hormonal Changes): इस उम्र में शिशु
का हार्मोन सामान्य नहीं रहता जिसके कारण उसके चेहरे पर दाने निकलने लगते हैं।
4. एलर्जी (Allergy): मां
के खाने-पीने का असर सीधा बच्चे के स्वास्थ्य पर प्रभाव डालता हैं। छोटे बच्चे पूरी तरह से
मां के दूध पर ही निर्भर करते हैं। ऐसे में किसी आहार विशेष के सेवन से बच्चों को एलर्जी जैसी समस्या हो सकती
है और उनके चेहरे पर दाने भी हो सकते हैं।
5. जरूरी पोषक तत्वों की कमी (Lack of Nutrients): अगर बच्चों को जरूरी
पोषक तत्व नहीं मिलते हैं तो यह भी इस समस्या का एक मुख्य कारण हो सकता हैं।
6. संक्रमण (Infection): शिशु के शरीर पर एक या दो दाने हो जाना बिलकुल आम बात है परंतु अगर यह दाने बार-बार
होते हैं तो यह फुंसी का रूप ले सकते हैं जो आम बात नहीं । यहाँ समझने वाली बात यह
है कि इस तरह का संक्रमण कई बार बच्चों के शरीर पर गंदे तेल का इस्तेमाल करने या फिर
ज्यादा केमिकल वाली चीजो के प्रयोग से भी हो सकता है।
7. धूप का प्रभाव (Effect of
Sunlight): बच्चे को धूप में
बार-बार लाने से त्वचा पर धूल और अधिक मॉइस्चर हो सकता है, जिससे दाने हो सकते हैं।
8. पेट साफ़ नहीं होना (Upset Stomach): अगर बच्चों का पेट पूरी तरह से साफ ना हो तो भी उनके चेहरे पर दाने हो सकते हैं। इस कारण बच्चों को कब्ज की समस्या से बचाना चाहिए। शिशु का पेट पूरी तरह से साफ ना रहने की स्तिथि में उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो या पेट में ज्यादा गर्मी रहती तो भी कई बार बच्चे की त्वचा संक्रमण और फोड़े-फुंसी से ग्रसित हो जाती है।
यहाँ आपके केस में कारण कोई भी हो, आप घबराएं बिलकुल नहीं बल्कि आगे बताए कुछ घरेलू उपाय अपनाकर इस
समस्या से आप अपने बच्चों को छुटकारा दिलवा सकती हैं।
बच्चों
के चेहरे पर दाने होने पर घरेलू उपाय (Home remedies for Baby Acne)
अगर
आपके बच्चे के चेहरे पर दाने हो जाते हैं तो आप इस समस्या से घबराए नहीं बल्कि कुछ
घरेलू उपाय अपनाकर आप इस समस्या से अपने शिशु को छुटकारा दिलवा सकती हैं। तो आइए जानते हैं
बच्चों के चेहरे पर दाने होने पर घरेलू उपचार।
1. बार-बार दानों पर हाथ न लगाएं (Don’t touch affected area again
and again): शरीर
के जिस भी भाग पर, दाने निकल रहे हो, वहां
बार-बार हाथ न लगाएं और ना ही अलग-अलग तरह की क्रीम का इस्तेमाल करें। बार-बार हाथ लगाने से
संक्रमण और ज्यादा फैलेगा और दाने बढ़ जाएंगे। बच्चों को अच्छी नींद लेने दे और
कोई भी दवा लगानी है तो रुई से ही लगाएं ताकि बच्चों को कोई संक्रमण ना हो।
2. साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें (Proper cleanliness): धूल-मिट्टी के कारण बच्चों
के चेहरे पर दाने हो जाते हैं जो बाद में फुंसी का रुप ले लेते हैं
इसलिए छोटे
बच्चों के आसपास गंदगी ना रखें |
बच्चों को छुते या पकड़ते
समय भी अपने हाथों
को साबुन से अच्छे से धो ले। अपने
शिशु को अच्छे से नहलाए व फिर एक सूती कपड़े से उसका शरीर पूछे।
3. बच्चों के कपड़े (Kids Clothes): बच्चे बहुत जल्दी कीटाणुओं की
चपेट में आते हैं इसलिए उनके
कपडे, तकिए
का कवर, चादर, कंबल
आदि, सभी अच्छे से धुले हुए और साफ होने
चाहिए | थोड़े
ढीले कपड़े ही पहनाये। जिससे उसकी त्वचा पर घर्षण ना हो । उनका वाशिंग पाउडर भी
अच्छा और बढ़िया होना चाहिए।
4. अच्छे उत्पाद का इस्तेमाल (Use of Correct Products): बच्चों की त्वचा
अति-संवेदनशील
है तो उसके
चेहरे या शरीर पर
बार-बार दाने हो सकते
हैं | इस
मामले में ज्यादा
सावधानी बरतनी चाहिए। आप
बच्चे के
लिए जो भी उत्पाद इस्तेमाल कर रही
है,
उसमें कोई केमिकल ना हो जिसकी
वजह से आपके
बच्चे के चेहरे पर व त्वचा पर कोई नुकसान पहुंचता है। इसकी जानकारी होनी चाहिए | साथ ही उसे किसी उत्पाद से होने
वाली एलर्जी
का भी ध्यान रखना है । इसलिए आप उसके मालिश
वाला तेल, नहलाने
वाली साबुन और पाउडर
आदि का इस्तेमाल ध्यानपूर्वक
करें |
5. मां अपने खान-पान का ध्यान रखें (Take care of yourself food): मां के
खाने-पीने का असर और उससे मिलने वाले पोषक तत्व ही शिशु के शरीर में प्रवेश करते
हैं और उसके स्वास्थ्य पर प्रभाव डालते हैं। इसलिए आप ऐसे आहार ना ले जिससे
बच्चे को किसी तरह की एलर्जी या चेहरे पर दाने हो।
6. पोषक
तत्वों की कमी
(Take Care of
Nutrients): बच्चों को फाइबर युक्त और पौष्टिक आहार दें | आहार
में पोषक तत्वों की कमी होने से उन्हें कब्ज की समस्या हो सकती है जिससे
उनके चेहरे पर दाने निकलने लगते हैं। पेट
अगर रोजाना
अच्छे से साफ होगा
टो
उन्हें दाने जैसी समस्या का सामना नही करना
पड़ेगा।
7. अलोवेरा: अलोवेरा में
शांतिकारक गुण होते हैं, जो त्वचा को संक्रमण से बचाते हैं और
सूखाने में मदद करते हैं। कॉटन की मदद से दानो के ऊपर अच्छी तरीके से लगाए |
8. सेब का सिरका (Apple Vinegar): सेब
का सिरका त्वचा के pH
स्तर को संतुलित करता है और दानों के संकुचन को कम करता है। थोड़ा सा सेब का
सिरका लेकर रुई की मदद से बच्चे के दानो वाली जगह पर लगाए या हलके से मसाज करें और
फिर एक घंटे के भीतर अच्छे से धो लें। इस उपचार से त्वचा की गंदगी भी साफ होने में
मदद मिलेगी।
9. गुलाब जल: गुलाब
जल त्वचा को ठंडक देने में सहायक होता है और दानों की सूजन को कम करता है। इसके
लिए त्वचा पर जहां भी ज्यादा दाने हो वहां पर आप गुलाब जल की कुछ बूंदें लगाकर
छोड़ दें। इससे शिशु को दर्द से भी राहत मिलेगी।
10. नारियल तेल (Coconut Oil):
नारियल तेल में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं,
जो दानों को ठीक करने में मदद करते हैं और त्वचा को स्वस्थ रखते हैं। यहाँ
धायं रखे कि सरसों
के तेल का प्रयोग ना करें क्योंकि सरसों का तेल चेहरे के रोम छिद्रों को बंद कर
देगा जिससे चेहरे की गंदगी नहीं निकल पाएगी और उसका विपरीत प्रभाव होगा ।
11. जायफल पावडर: जायफल
को पीसकर उसका पावडर बना लें और फिर इस पावडर में आप 3-4 चम्मच दूध मिलाएं। इस
मिश्रण को बच्चे की त्वचा पर लेप की तरह लगा दे और आधे घंटे बाद गुनगुने पानी से अपने
उसे धो दें।
12. पुदीना पत्ते: पुदीना
के पत्तों का रस त्वचा को ठंडा करता है और दानों की खुजली को कम करता है। कॉटन की
मदद से दानो के ऊपर अच्छी तरीके से लगाए और एक घंटे बाद रुई की मदद से साफ़ कर लें |
13. नीम: नीम किसी आयुर्वेदिक औषधि से कम नहीं है | नीम एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक होने के कारण त्वचा से संबंधित ज्यादातर
सभी बीमारियों को दूर कर सकता है। नीम के पत्तों को पानी में थोड़ी देर तक उबालकर,
उस पानी से अपने बच्चे के त्वचा को अच्छे से धो सकते है जिससे त्वचा
में मौजूद जीवाणु मर जाएंगे और फुंसियां इत्यादि को ठीक होने में मदद मिलेगी । नीम
के पत्तों को पीसकर अपने बच्चे के त्वचा पर लेप भी लगा सकते है। यहाँ नीम के तेल
का प्रयोग भी किया जा सकता है |
14. नींबू का रस: नींबू
के रस में विटामिन C और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो त्वचा की स्वच्छता में मदद करते हैं। नींबू का रस निकालकर, कॉटन की मदद से दानो के ऊपर लागए, लाभ मिलेगा |
अगर फिर भी दाने ठीक
नहीं हो रहे हैं तो आप अपनी डॉक्टर से जरूर परामर्श ले।
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